Shayari Quotes

We've searched our database for all the quotes and captions related to Shayari. Here they are! All 100 of them:

भूलने को सोचा उन्हें पर भूल कहा पा रहे है, हवाओं में उनकी खुशबू फैली हुई है, अब क्या सांस लेना छोड़ दे ।।
Nikhil Kaithwar
लोग पूछते है मुझसे हाल मेरा मैं क्या बताऊं मैं उदास रहता हूं, और ज्यादा कुछ नहीं बस उसकी आस में रहता हूं ।।
Nikhil Kaithwar
Himmat kar sabar kar bhikar kar bhi sawar jaaega Hosla rakh shukar kar waqt hai yeh bhi guzar jaaega
Wajid Shaikh
तुझसे मोहब्बत करके मोहब्बत छोड़ देना, और फिर मोहब्बत करना कैसा है ।। अच्छा वह सब तो ठीक है ये बताओ, घूट - घुट के जीने से मरना कैसा है ।।
Nikhil Kaithwar
सोच के की गई मोहब्बत-मोहब्बत नहीं होती, और तुम मोहब्बत में उसके सिवा किसी को सोच सको तो ऐसे ही मोहब्बत नहीं होती ।।
Nikhil Kaithwar
अब तमन्ना नहीं रही मोहब्बत की, तुम्हारे बिन अब दिल नहीं लगता ।। रात की बात क्या करे हम , हमारा तो दिन में भी दिल नहीं लगता ।।
Nikhil Kaithwar
अजनबी हमको ये दीवार ये दर कहते हैं पर कहाँ जाएँ चलो इसको ही घर कहते हैं
Anonymous
मोहब्बत के अल्फाजों में वो सिर्फ हमारी हुई थी, अब लोग मुझसे मेरे अल्फ़ाज़ भी चुराना चाहते है ।।
Nikhil Kaithwar
सबको मोहब्बत है किसी ना किसी शख्स से, खयाल रखता हूं कि खयाल से भी, उस शख्स जैसा खयाल ना आए तेरे बारे में ।।
Nikhil Kaithwar
मोहब्बत है तुमसे बना ले मुझे अपना
Nikhil Kaithwar
मुझे पढ़कर अब इन लोगो को मुझसे हमदर्दी होती है, मोहब्बत तुमसे की है हमने हम पर कुछ तो तरस खाया करो ।।
Nikhil Kaithwar
कितनो को मोहब्बत है तुमसे हम किस को अपना रकीब बताए, और तुम्हें खोने से डरते है हम तुम हो नहीं हमारे, तुमसे कितनी मोहब्बत है तुम्हें कैसे बताए ।।
Nikhil Kaithwar
आज कल मोहब्बत में दिल नहीं लग रहा है फिर भी दिल लगाना पड़ता है, एक तरफा मोहब्बत है ये इसे अकेले निभाना पड़ता है ।।
Nikhil Kaithwar
मोहब्बत है तुमसे बना ले मुझे अपना, कहीं बहक ना जाऊं किसी की सुंदर बातों में , अगर कुछ खिला पिला कर मुझे क़ैद कर लिया तो ।।
Nikhil Kaithwar
इश्क़ में अगर तुम्हे गवारा हो, खुदा करे तुम्हें इश्क़ तुम्हें दोबारा हो ।।
Nikhil Kaithwar
ऐ मन, ज़रा सा झूम ले तू, ज़रा गुनगुना, ज़रा घूम ले तू; मंजिल है दूर, चलना ही है तुझे, उड़कर हवाओं को चूम ले तू!
Neelam Saxena Chandra
कुछ तो कमी है खुदा में भी "कुनाल", इतने लोगो की दुआओ में बस मेरी एक रह गई
Nikhil Kaithwar
Kabhi Kuch To Kisi Ke Waaste Dil Se Dua Kar Lo, Yahi Insaaniyat Ka Farz Hai, Tum Bhi Ada Kar Lo, Koi Bhi Shakhs Duniya Mein Tumhein Chhota Nazar Na Aaye, Tum Apne Sochne Ka Daayra Itna Bada Kar Lo, Hamari Apni Fitrat Hai Wafa Karna, Wafa Kar Lo, Tumhari Apni Marzi Hai Wafa Karo, Ya Jafa Kar Lo, Ye Duniya Khubsoorat Hai Yaqeen Aa Jaayega Tumko, Kisi Se Dil Lagaane Ki Kabhi Koi Khata Kar Lo.
Galib Shayari
There are millions of shayaris and ghazals and songs that spin beautiful words about what love is: fire, wine, pain," he goes on. "But that is all passion. Feeling. Love, on the other hand, is an act. A practice. A descision." "Are you saying who you love is a choice?" "No, no. Who you have feelings for-that is not a choice. Feelings happen whether you want them to or not. But love isn't a feeling; it's the act of planting a seed and putting in the time and care it needs to grow. It demands hard work and renewal to survive. It demands commitment. By necessity, it cannot be take lightly.
Farah Naz Rishi (It All Comes Back to You)
Ilm Ne Mujh Se Kaha Ishq Hai Diwana-Pan Ishq Ne Mujh Se Kaha Ilm Hai Takhmeen-o-Zan Knowledge said to me, Love is madness; Love said to me, Knowledge is calculation Band-e-Takhmeen-o-Zan! Kirm-e-Kitabi Na Ban Ishq Sarapa Huzoor, Ilm Sarapa Hijab O slave of calculation, do not be a bookworm! Love is Presence entire, Knowledge nothing but a Veil.
Muhammad Iqbal
कब तक उदासी और नाउम्मीदगी रुलाएगी? राहों पर निकल पड़े हैं तो मंजिल भी मिल जायेगी!
Neelam Saxena Chandra
आँखों में सपने हैं, क़दमों में इरादा है; खुद को मंजिल तक पहुंचाने का मेरा मुझसे वादा है!
Neelam Saxena Chandra (Maine Tarashe Hain Alfaaz)
नदिया के दिल की जुबां, न किसी ने सुनी, न जानी; झरने से शुरू कर, सागर में कर दी खत्म कहानी!
Neelam Saxena Chandra (Maine Tarashe Hain Alfaaz)
मेरी ग़लतियों को नज़रंदाज़ कर किया करो, क्यूँकि उखाड़ तो तुम, वैसे भी कुछ सकते नहीं।
Nitya Prakash
Hum Sab Ko Mnate Hai, Lekin Humko Manne Wala Koi Na Raha, Dil Me Mere Etne Zakham Ho Gaye Ki Malham Lgane Wala Koi Na Raha,
Preet Dhiman
पुरानी किताबों के दराज़ में आज भी उसकी तस्वीर पड़ी है जिसने रोकर जाते हुए कहा था "तुम अब मुझे प्यार नहीं करते
Himmilicious
अँधेरा पंख पसार रहा है पर मेरी भी एक ज़िद्द है; अपने भीतर की रौशनी लिए चलूँगी जहाँ तक हद्द है!
Neelam Saxena Chandra (Maine Tarashe Hain Alfaaz)
कुछ इस तरह सौदा किया ज़िंदगी से हमने; जितना बढ़ा दर्द, उतना ही जोश दुगुना होता रहा!
Neelam Saxena Chandra (Maine Tarashe Hain Alfaaz)
अनछुए ख़्वाबों को आज अपनी पनाहों में ले लूँ; कहीं उन्हें छू भी न पाऊं और ज़िंदगी की शाम ढल जाए...
Neelam Saxena Chandra (Maine Tarashe Hain Alfaaz)
Kabhi tere shehar se guzarein toh parr lena inney, Maine hawaon pe apne kuch safarname likhe hain..
Jasz Gill
Jee Utha' Sanson mein jo samaye wo, Ragon mein ghul jaaye jo, Haan issi se hai chalta ye jahan, Ishq ka hai wo jalwa bepanah. Rok sake no koi jo, Pyaar hai sailaab wo, Jee utha jo pada iskaa saya, Khoya jo dil sab kuch hai paya.
Sumit Agarwal (The Four Patriots)
usku lafzoo me dhoondh nah r uski shayare kerna acha lagta hai... uski bahoo me jhom nah r uski baatoo me kho a rehna acha lagta hai... usku har pal yadoo me pana r usai guftugu krna acha lagta hai... bss useaa sochna r uski yadoo me khoaa rahna acha lagta hai... usai har pal yaad krna r usai soch kr muskuratai rehna acha lagta hai...
Alisha
Kisi ne Dhul kya jhonki Aankhon me, Kambakhat Pahle se Behtar dikhne Lga....
Surendra Sidar
Bikhari Jo Zulf Usane Mahtab Sharm se Pighal Jata hai Rukh par aate hi Usake Surame ka Rang Badal Jata Hai
Abhijeet Sarswat (An Empty Hug Hindi)
बाघी उड़ानों का शौक है अगर तो सोने के पिंजरों की ख्वाइश कैसी
Jasz Gill
सबके दिल में है जगह तेरी जो तू राज़ी हुआ मुझ पे गोया इक ज़माना मेहरबाँ हो जाएगा बाग़
Prakash Pandit (Lokpriya Shayar Aur Unki Shayari - Ghalib (Hindi))
माफ़ कर देना यारो वक्त बे-वक्त शायर जो जाती हूँ बस यही एक कतरा बचा है उसकी कमज़र्फ याद का..
Himmilicious
बेज़ुबाँ हुए भरी महफ़िल में, जब हुआ हुक्म अपनी बात रखने को
Samar Sudha
शिकस्त पायी पर पीछे ना हटे, ज़िन्दगी में ये हुनर बड़ा काम आया।
Tarang Sinha
I'm real and that's enough for me.
Dimple Singh Bandral
चेहरे में तेरी अपनी खुशी ढूंढ़ता हूं, लवों पर तेरी अपनी हसी ढूंढ़ता हूं।।
Unknown gustakh
Aasmaan Se Tod Kar Sitara Diya Hai, Aalam-e-Tanhai Mein Ek Sharara Diya Hai, Meri Kismat Bhi Naaz Karti Hai Mujhpe, Khuda Ne Dost Hi Itna Pyara Diya Hai.
Thakur mahi
चेहरे की चमक से क्या करना, बस किरदार चमकना चाहिए...
Nitya Prakash
अब और सवाल नहीं किए जाएंगे उससे, उसने जवाब ना देकर सब जवाब दे दिए।
Nitya Prakash
हिसाब कुछ ऐसा है कि जितने अमीर होते जाओगे खुशी उतनी महंगी होती जाएगी...
Nitya Prakash
हम खुशबू जैसे लोग है, बस बिखरे बिखरे रहते है
Nitya Prakash
मुझमे कई खामियां है माफ़ कीजिये, आप भी तो अपना आईना साफ किजिये।
Nitya Prakash
Is saal bhi tamaashe wohi puraane huye Na jaane kitne apne huye kitne anjaane huye
Wajid Shaikh
IF YOU BECOME STONE PEOPLE WOULD USE YOU IF YOU BECOME GLASS THEY TRADE YOUR FEARS ग़र पत्थर बनोगे तो लोग तुम्हें इस्तेमाल करेंगे। कांच बनोगे तो लोग तुम्हारे डर का व्यापार करेंगे।
Vineet Raj Kapoor
फ़ितूर तो तबाह करते हैं इख़्लास ही होगा जो दिल आबाद कर गया ।
Pariksha (ek Takhallus)
ग़म तो बस इतना है कि तुम्हें इल्म तक नहीं, इस दिल ने तुम्हें कितने हक़ दे रखे हैं ।
Pariksha (ek Takhallus)
सूरज की अगन है, तपन ही तपन है; मन को शीतलता दे रही दिल की लगन है!
Neelam Saxena Chandra (Maine Tarashe Hain Alfaaz)
आशाओं में रवानी है, आगे बढ़ने की ठानी है! कौन सोचे जो बीत गया, वो तो एक गुजरी कहानी है!
Neelam Saxena Chandra (Maine Tarashe Hain Alfaaz)
कल हो न हो, आज तो अपना है! कर लो पूरा जो भी सपना है!
Neelam Saxena Chandra
पास कुछ भी नहीं मगर आँखों में रौशनी के दिये हैं; हम तो यारों हरदम ऐसे ही जिए हैं...
Neelam Saxena Chandra (Maine Tarashe Hain Alfaaz)
पहाड़ों को तिनकों सा बिखरते देखा, आसमानों को पानी सा पिघलते देखा; जो कल था, आज उसका अस्तित्व भी नहीं, जाने कब उड़ा ले जाए किसीको हवा का झोंका!
Neelam Saxena Chandra (Maine Tarashe Hain Alfaaz)
मन पर ऐतबार करना सीखो, खुद से प्यार करना सीखो, भला खुद को खुद से धोखा हुआ है कभी? ख़ुदा में खुद को और खुद को ख़ुदा में देखो...
Neelam Saxena Chandra (Maine Tarashe Hain Alfaaz)
CARELESSLY SEEN DREAMS WITHER AWAY YOU MUST LEARN THE SKILL OF DREAMING LAPARWAHI SEY DEKHE SAPNE ZAYA HO JAATE HAIN TUMHEIN SAPNE DEKHNE KA HUNAR SEEKHNA CHAHIYE
Vineet Raj Kapoor
ک تمنا ہے میرے دِل میں ، تم اسے میری حسرت کہہ سکتے ہو . چھوڑ کے جانے کے بعد بھی ، تم مجھے اپنا کہہ سکتے ہو
GM Hashmi
ऐ ज़िन्दगी तू भी कैसी पाठशाला है उम्र भर कभी पास होने नहीं देती
Sasa Acharya (A Lover who could not be a Dater)
Jo Rehte thae saso mei wo Silsile Bangaye Dil ki Galiyo mei Paheli Bangaye
Rishab jain
Tu jis din mujhse roothkar chala gya Meri rooh se khud mein uthkar chala gya
Wajid Shaikh
Do you remember? It was a full moon when we met. And today there is no moon because there is no (you) anymore in my life. I have expectations that the moon will come again, but will you?
Saiyam Sharma | Sukhman
Nahin Minnatkash-e-Taab-e-Shaneedan Dastan Meri Khamoshi Guftugu Hai, Be-Zubani Hai Zuban Meri My story is not indebted to the patience of being heard My silence is my talk, my speechlessness is my speech Ye Dastoor-e-Zuban Bandi Hai Kaisa Teri Mehfil Mein Yahan To Baat Karne Ko Tarasti Hai Zuban Meri Why does this custom of silencing exist in your assembly? My tongue is tantalized to talk in this assembly Uthaye Kuch Waraq Lale Ne, Kuch Nargis Ne, Kuch Gul Ne Chaman Mein Har Taraf Bikhri Huwi Hai Dastan Meri Some leaves were picked up by the tulip, some by the narcissus, some by the rose My story is scattered around everywhere in the garden Urha Li Qumriyon Ne, Tootiyon Ne, Andleebon Ne Chaman Walon Ne Mil Kar Loot Li Tarz-e-Faghan Meri The turtle‐doves, parrots, and nightingales pilfered away The garden’s denizens jointly robbed away my plaintive way Tapak Ae Shama Ansu Ban Ke Parwane Ki Ankhon Se Sarapa Darun Hun, Hasrat Bhari Hai Dastan Meri O Candle! Drip like tears from the eye of the moth Head to foot pathos I am, full of longing is my story
Muhammad Iqbal
TUJHE WAPIS MEIN LAUN KAISE... Tere bin jeena is dil ko sikhaun kaise, Hoon dil shikasta, tujhe wapis mein laun kaise, Tujhe yaad kar k jo girtay hein aansu mere, Dunya walon se unko chhupaun kaise, Baad tere jo kuch bhi hai beeta mujh par, Dastaan wo mein tujh ko sunaun kaise, Wo jo soya tu us din to na utha kabhi, Raha sochta mein k tujh jo jagaun kaise, Poochtay hein yeh jo mujh se k tu kaisa tha, Teri azmat ka inko bataun kaise, Tujhe bichhray ik arsa ab hone ko hai, Magar is dil ko yeh yaqeen mein dilaun kaise, Chehray ki is hansi pe na jao yaaron, Tum ko dil k zakham mein dikhaun kaise, Tere hone se hi hansta tha yeh dil saadi, Hoon pareshan ab isko hansaun kaise…!
Saad Salman
मुझे शर्मसार कर के समेटा गया है मेरा वज़ूद पूरी तरह कुरेदा गया है (विनीत) MUJHE SHARMSAR KAR KE SAMETA GAYA HAI MERA WAZOOD POORI TARAH KUREDA GAYA HAI I HAVE BEEN EMBARRASSED INTO SUBMISSION MY EXISTENCE HAS BEEN THOROUGHLY SCRUTINIZED
Vineet Raj Kapoor
SUCH WAS HIS CONFIDENCE IN HIS FREEDOM THAT HE NEVER SPREAD HIS WINGS TO CHECK उसे इतना भरोसा था अपने आज़ाद होने पर की तमाम ज़िन्दगी उसने फैलाए ही नहीं पर USEY ITNA BHAROSA THA APNE AAZAD HONE PAR KI TAMAM ZINDAGI USNE PHAILAYE HI NAHIN PAR
Vineet Raj Kapoor
IT'S NOT ABOUT HOW MANY THIEFS ARE AROUND THERE'S A DEARTH OF THOSE WHO STEAL GOODNESS बात ये नहीं कि कितने चोर पैदा हो गए हैं यहां अच्छी बात चोरी करने वालों की कमी ही रही - विनीत BAAT YEH NAHIN KI KITNE CHOR PAIDA HO GAYE HAIN YAHAN ACHHI BAAT CHORI KARNE WALON KI KAMI HI RAHI
Vineet Raj Kapoor
हाँ पसंद है हमें एक "शायरी" दूजे "मर्द", कुछ ऐसे जो शायरी मे साथ दे दें, बेसबब ना ज़ाया कर हमपर ख़तों को अपने, संगदिल हैं हम, जो दिल होता, तो हम "शायर" ना होते
Himmilicious
रसीद देंगे कस की जो अबकी तू पास फटका, ए 'इश्क' तुझसे बड़ी नफरत है मुझे..
Himmilicious
चंद लफ़्ज़ों में बयाँ करने की आदत सी हो गयी है अब तुमने ही नज़र लगाई थी 'बातूनी' कह कर ..
Himmilicious
कुछ रत्ती भर न गया तेरे साथ, बस खुद को ही तो गिरवी रखा था
Himmilicious
जिन से मिलना न हुआ उन से बिछड़ कर रोए हम तो आँखों की हर इक हद से गुज़र कर रोए
Tripurari Kumar Sharma
जिसे तुम ढूँडती रहती हो मुझ में वो लड़का जाने कब का मर चुका है
Tripurari Kumar Sharma
किसी पर भी यक़ीं कर लेते हो तुम तुम्हारे साथ क्या धोका हुआ है
Tripurari Kumar Sharma
कितनी दिलकश हैं ये बारिश की फुवारें लेकिन ऐसी बारिश में मिरी जान भी जा सकती है
Tripurari Kumar Sharma
मैं अपने दरमियाँ से हट चुका हूँ तो फिर क्या दरमियाँ रक्खा हुआ है
Tripurari Kumar Sharma
मैं तिरे जिस्म के जब पार निकल जाऊँगा वस्ल की रात बड़ी ग़ौर-तलब होगी वो
Tripurari Kumar Sharma
नींद आए तो कुछ सुराग़ मिले कौन है दफ़्न मेरे ख़्वाबों में
Tripurari Kumar Sharma
प्यास ऐसी थी कि मैं सारा समुंदर पी गया पर मिरे होंटों के ये दोनों किनारे जल गए
Tripurari Kumar Sharma
क़त्ल करना है नए ख़्वाब का सो डरता हूँ काँप जाएँ न मिरे हाथ ये ख़ूँ करते हुए
Tripurari Kumar Sharma
रूह है तर्जुमा पानियों का अगर जिस्म या'नी समुंदर में इक नाव है
Tripurari Kumar Sharma
शेर पढ़ते हुए ये तुम ने कभी सोचा है शेर कहते हुए मैं कितनी दफ़ा मरता हूँ
Tripurari Kumar Sharma
तुम जिसे चाँद कहते हो वो अस्ल में आसमाँ के बदन पर कोई घाव है
Tripurari Kumar Sharma
उम्र भर लड़ता रहा हूँ उस से वो जो इक शख़्स कभी था ही नहीं
Tripurari Kumar Sharma
ये बारिश कब रुकेगी कौन जाने कहीं मैं मर न जाऊँ तिश्नगी से
Tripurari Kumar Sharma
जिसे ख़ुद को सुनाने से भी डरता रहा हूँ मैं, वो कहानी हो तुम ।
Nitya Prakash
Tumse bichadne ka ghum toh hei Par bichad ke milne ka mazza hi alag hei! Parting from you is sad for me But meeting you after the parting is an amazing happiness!
Avijeet Das
تجھے واپس میں لاوں کیسے تیرے بن جینا، اس دل کو سکھاوں کیسے ہوں دل شکستہ، تجھے واپس میں لاوں کیسے تجھے یاد کر کے جو گرتے ہیں آنسو میرے دنیا والوں سے ان کو چھپاوں کیسے بعد تیرے جو کچھ بھی ہے بیتا مجھ پر داستاں وہ میں تجھ کو سناوں کیسے وہ جو سویا تو اس دن تو نہ اٹھا کبھی رہا سوچتا میں کہ تجھ کو جگاوں کیسے پوچھتے ہیں یہ جو مجھ سے کہ تو کیسا تھا تیری عظمت کا انکو بتاوں کیسے تجھے بچھڑے اک عرصہ اب ہونے کو ہے مگر اس دل کو یہ یقیں میں دلاوں کیسے چہرے کی اس ہنسی پہ نہ جاو یاروں تم کو دل کے زخم میں دکھاوں کیسے تیرے ہونے سے ہی ہنستا تھا یہ دل سعدی ہوں پریشاں اب اس کو ہنساوں کیسے (سعد سلمان سعدی)
Saad Salman
चलते चलते इतनी दूर निकल गये कि अब पीछे मुड़ने रास्ता वि याद न रहा,
Preet Dhiman
Apni zindgi mein kari galti kam nahi, Jiske liye khuda se kari binti kam nahi, Jiske liye humne bitaye jaagte raate kam nahi, Uske liye hamare ishq mein dum nahi, Aate aate uski yaad aati kam nahi, Kisi dawa se hota ye dard kam nahi,
Ratish Edwards
Jab Main Baahar Se Bada Sakht Nazar Aaoonga Tum Samajhna Ki Main Andar Se Bahut Toota Hoon
Tripurari Kumar Sharma
mera TuTa hua chashma hi bharosa hai mera apni aankhon se apahij main koi bachcha hun
Tripurari Kumar Sharma
Tere mann aur meri baat ka.. faasla taih hi nai hota... Inn vaadon se mulaqaat ka... faasla taih hi nai hota...
Jasz Gill
Zindagi hi toh tha, Barbaad ho gaya, Sapna hi toh tha, Chur-chur ho gaya!! Bharosha hi toh tha, Tut Gaya !! Mehnat hi toh tha, Bekaaar ho gaya!! Mohobbat hi toh tha, Adhura reh gaya!! Insaan hi toh tha, Tadap kar mar gaya!!
Swastika Shikhar
वो एक तूफ़ान सा था, ये बात और है कि उसने मेरे अंदर के तूफ़ान को समंदर बना दिया।
Tarang Sinha
ek jaisi kitabon ke pannon mein farak toh zaroor hoga, par dekhne ki baat hai saheb jab gaur farmaya toh masla har ek wahi hoga
Divz Goyal
Barbaad krne ko khyaal he khafi the unke..
Aariv Pandey
Thoda Rukh sakti ho? "Waqt nahi hai" "Hamse udhar lelo" "Chuka nahi paungi" "Fir kabhi chuka dena " "Kya hum phir milenge??" "Haan hum phir milenge' "Tab sab kuch kitna naya hoga na !" "Hum purane hi rahenge "Kyu" "Purana sawal jo puchna hoga " Konsa "Thoda Rukh sakti ho kya??
Aariv Pandey
आज उनकी जुल्फों को लहराते देखा, पहली बार बादलों को भी शरमाते देखा
Aariv Pandey